स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षामंत्री:✍ भारत रत्न 🎖अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय ✅
स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षामंत्री:✍ भारत रत्न 🎖अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय ✅
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद का जीवन परिचय:
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे। वे कवि, लेखक, पत्रकार और भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत की आजादी के वाद वे एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक रहे। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य किया तथा वे अलग मुस्लिम राष्ट्र (पाकिस्तान) के सिद्धांत का विरोध करने वाले मुस्लिम नेताओ में से थे।
🔸मौलाना अबुल कलाम का संक्षिप्त विवरण:
🔹नाम — मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
🔹जन्म तिथि —11 नवम्बर 1888
🔹माता का नाम —शेख आलिया बिन्त मोहम्मद
🔹पिता का नाम —मौलाना सैय्यद मुहम्मद खैरुद्दीन बिन अहमद अल हुसैनी
🔹जन्म स्थान —मक्का, उस्मानी साम्राज्य (अब सऊदी अरब)
🔹निधन तिथि —22 फरवरी 1958
🔹उपलब्धि—स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री
🔹उपलब्धि वर्ष —1947
🔸मौलाना अबुल कलाम का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद अफग़ान उलेमाओं के ख़ानदान से संबंध रखते थे जो बाबर के समय हेरात से भारत आए थे। उनकी माँ अरबी मूल की थीं और उनका नाम का शेख आलिया बिन्त मोहम्मद था। और उनके पिता मौलाना सैय्यद मुहम्मद खैरुद्दीन बिन अहमद अल हुसैनी था, जो एक फारसी व्यक्ति थे। मोहम्मद खैरुद्दीन और उनके परिवार ने भारतीय स्वतंत्रता के पहले आन्दोलन के समय 1857 में कलकत्ता छोड़ कर मक्का चले गए थे। और जब मोहम्मद खैरूद्दीन 1890 में भारत लौट आए तब मौहम्मद खैरूद्दीन को कलकत्ता में एक मुस्लिम विद्वान के रूप में ख्याति मिली। जब आज़ाद केवल 11 साल के थे तब उनकी माता का देहांत हो गया। उनकी आरंभिक शिक्षा इस्लामी तौर तरीकों से हुई। घर पर या मस्ज़िद में उन्हें उनके पिता तथा बाद में अन्य विद्वानों ने पढ़ाया। इस्लामी शिक्षा के अलावा उन्हें दर्शनशास्त्र, इतिहास तथा गणित की शिक्षा भी अन्य गुरुओं से मिली। आज़ाद ने उर्दू, फ़ारसी, हिन्दी, अरबी तथा अंग्रेजी़ भाषाओं में महारथ हासिल की। सोलह साल उन्हें वो सभी शिक्षा मिल गई थीं जो आमतौर पर 25 साल में मिला करती थी।तेरह साल की उम्र में, उनकी शादी एक युवा मुस्लिम लड़की, जुलीखा बेगम से हुई थी। वे देवबन्दी विचारधारा के करीब थे और उन्होंने क़ुरान के अन्य भावरूपों पर लेख भी लिखे। आज़ाद ने अंग्रेज़ी समर्पित स्वाध्याय से सीखी और पाश्चात्य दर्शन को बहुत पढ़ा। उन्हें मुस्लिम पारम्परिक शिक्षा को रास नहीं आई और परंतु वे आधुनिक शिक्षावादी सर सैय्यद अहमद खाँ के विचारों से सहमत थे।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:✅
🔹मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवम्बर 1888 को मक्का, उस्मानी साम्राज्य (अब सऊदी अरब) में हुआ था।
🔹अबुल कलाम के बचपन का नाम सैय्यद गुलाम मुहियुद्दीन अहमद बिन खैरुद्दीन अल हुसैनी था
🔹उनके पिता का नाम मौलाना सैय्यद मुहम्मद खैरुद्दीन बिन अहमद अल हुसैनी और उनकी माता शेख आलिया बिन्त मोहम्मद का नाम था।
🔹सन् 1923 में मौलाना आजाद भारतीय नेशनल काग्रेंस के सबसे युवा अध्यक्ष बने।
स्वतंत्रता प्राप्ति (15 अगस्त 2017) के बाद अबुल कलाम आज़ाद भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।
🔹मौलाना अबुल कलाम आजाद द्वारा सन् 1950 से पहले ‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद’ की स्थापना की गई।
🔹उन्होंने सन् 1953 में संगीत नाटक अकादमी, सन् 1954 में साहित्य अकादमी और सन् 1954 में ललित कला अकादमी की स्थापना की थी।
🔹ग़ुबार-ए-ख़ातिर मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की सबसे महत्वपूर्ण कृतियों में से एक है, जो मुख्य रूप से 1942 से 1946 के दौरान लिखी गई थी।
🔹वर्ष 1992 में मरणोपरान्त मौलाना अबुल कलाम आजाद को देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
🔹मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती (11 नवम्बर) प्रत्येक वर्ष देश भर में ‘राष्ट्रीय शिक्षा दिवस’ के रुप में मनाई जाती है।
🔹मौलाना अबुल कलाम आजाद की मृत्यु के समय उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी और न ही कोई बैंक खाता था।
🔹देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का 22 फरवरी 1958 को निधन हो गया।
🔹अबुल कलाम आजाद का मकबरा दिल्ली में जामा मस्जिद के बगल में स्थित है। हाल के वर्षों में मकबरे के खराब रखरखाव को लेकर भारत में कई लोगों द्वारा बड़ी चिंता व्यक्त की गई है। 16 नवंबर 2005 को दिल्ली उच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि नई दिल्ली में मौलाना आज़ाद की कब्र को पुनर्निर्मित किया जाए और एक प्रमुख राष्ट्रीय स्मारक के रूप में संरक्षित किया जाए।
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