भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएं

👉भारतीय अर्थव्यवस्था की विशेषताएं 📚📚


❤भारत एक मिश्रित अर्थव्यवस्था है 

👉भारत की अर्थव्यवस्था को मिश्रित अर्थव्यवस्था कहा जाता है। यहां सार्वजनिक और निजी दोनों ही प्रकार के उद्योग धंधे साथ में काम करते हैं। 1991 में देश में उदारीकरण किया गया है। विदेशी कंपनियों के लिए देश में फैक्ट्री, उद्योग, धंधे लगाने का दरवाजा खोला गया है

👉उसके बाद से देश में निजी सेक्टर बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। कुछ बुनियादी चीजों जैसे रेलवे, हवाई जहाज, सैन्य हथियारों का निर्माण, रक्षा क्षेत्र से संबंधित उद्योगों में सरकारी सेक्टर को प्राथमिकता दी गई है।

💟👉भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का योगदान 

👉भारत की 70% आबादी गांव में निवास करती है जो कृषि का काम करती है। भारत की अर्थव्यवस्था पर कृषि का प्रभाव प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह से पड़ता है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 30% कृषि क्षेत्र से ही प्राप्त होता है। कृषि को देश की रीढ़ भी कहा जाता है। भारत में कृषि के अंतर्गत फल, अनाज, सब्जियों के साथ पशुपालन के उद्योग धंधे भी आते हैं।

💟👉नई अर्थव्यवस्था (कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच बेहतर असंतुलन)

👉भारत की अर्थव्यवस्था की बड़ी विशेषता है कि यहां कृषि और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच बेहतर संतुलन देखने को मिलता है।

💟👉एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था 

भारत की अर्थव्यवस्था को उभरती हुई अर्थव्यवस्था कहते हैं क्योंकि अभी यहां बहुत सारे सेक्टर्स का विकास होना बाकी है। इसलिए यहां बहुत अधिक संभावनाएं हैं। जबकि विकसित देशों में विकास पूरा हो चुका है और नए विकास की कोई संभावना नहीं है।

👉भारत की अर्थव्यवस्था में तकनीकी का कम उपयोग
देश की अर्थव्यवस्था में तकनीकी का उपयोग कम मात्रा में हो रहा है। मानव जनित श्रम का इस्तेमाल अधिक हो रहा है जिससे वस्तुओं की लागत बढ़ जाती है। विश्व की दूसरी विकसित अर्थव्यवस्थाओं जैसे अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन में तकनीक का इस्तेमाल बढ़-चढ़कर किया जाता है। भारत को यदि विश्व में सर्वोच्च स्थान पाना है तो तकनीकी का उपयोग उद्योग धंधों और कृषि में बढ़ाना होगा।

💟👉असमान धन वितरण 

👉भारत की अर्थव्यवस्था में धन वितरण में असमानता देखने को मिलती है। अमीर और गरीब के बीच बड़ी खाई है। देश में मुट्ठी भर लोगों के पास बड़ी मात्रा में धन है, परंतु बाकी जनता गरीबी की समस्या से जूझ रही है। अमीर लोग और अमीर बनते जा रहे हैं। गरीब और गरीब होता जा रहा है। भारत के 1% जनसंख्या के पास देश का 53% धन है।

💟👉बड़ी जनसंख्या India’s population

👉2018 के अनुसार भारत की आबादी 135 करोड़ से अधिक हो चुकी है। भारत की अर्थव्यवस्था की सबसे बड़ी विशेषता है कि यहां पर बड़ी मात्रा में आबादी है।  जनसंख्या के मामले में भारत चीन के बाद दूसरा बड़ा देश है। बड़ी मात्रा में लोगों को रोजगार देना एक बड़ी चुनौती है। बड़ी जनसंख्या के कारण गरीबी में भी बढ़ोतरी हो रही है।

👉यदि भारत अपने संसाधनों को सही तरह से इस्तेमाल करें तो यह विश्व में महाशक्ति बन सकता है। 

💟👉स्थिर मैक्रो अर्थव्यवस्था

👉भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया भर में सबसे स्थिर मैक्रो अर्थव्यवस्था माना जाता है। भारत में कारोबार और व्यापार की अच्छी संभावनाएं हैं जिससे बाहरी देश आकर यहां उद्योग धंधे स्थापित कर रहे हैं।  

💟👉शहरी क्षेत्रों में तेजी से वृद्धि

👉भारत की अर्थव्यवस्था की बड़ी विशेषता है कि यहां पर शहरी क्षेत्र तेजी से बढ़ रहे हैं जिसके कारण हर साल नए उद्योग धंधे स्थापित हो रहे हैं। विकास को गति मिल रही है।

💟👉रोज़गार के अपर्याप्त अवसर 

👉भारत की अर्थव्यवस्था में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। देश में 135 करोड़ की आबादी है जिसमें 60% आबादी युवा है और काम करने के योग्य है। पर इसके बावजूद देश में बड़ी मात्रा में बेरोजगारी है। 2017 में भारत में बेरोजगारी (unemployment in india 2017) 1.77 करोड़ थी।

💟👉बुनियादी ढांचे का अभाव 

👉भारत की अर्थव्यवस्था में बुनियादी ढांचे का अभाव है। पिछले कुछ वर्षों में तेजी से इसमें सुधार किया गया है, पर अभी भी बहुत से क्षेत्रों में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद नहीं है। भारत को यदि विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है तो बुनियादी ढांचे में सुधार करना होगा। देश के बहुत से हिस्सों में बिजली, पानी, सड़क, सीजर, यातायात के संसाधन, शौचालय, घर जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है।

💟👉मूल्य अस्थिरता Inflation in India

👉देश में वस्तुओं के मूल्य में अस्थिरता है। आए दिन मूल्य घटता बढ़ता रहता है। मुद्रास्फीति के कारण वस्तुएं महंगी हो रही है।

💟👉तेजी से बढ़ता सेवा क्षेत्र 

👉भारत में सेवा क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। बीपीओ, सूचना प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, मेडिकल, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 7.7% का योगदान सेवा क्षेत्र का है।

👉प्राकृतिक संसाधनों का सही इस्तेमाल नहीं हो पाया है

👉भारत एक विशाल देश है जहां सभी तरह के प्राकृतिक संसाधन जैसे- जमीन, पानी, खनिज, वन, पेट्रोल, पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। पर इन सभी संसाधनों का सही तरह से इस्तेमाल नहीं हो पाया है।

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